बिहार के Gopalganj जिले के विकास पथ पर ले जाने की सारी कवायद अब पूरी हो गई है। प्रगति यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री की ओर से की गई घोषणाओं को कैबिनेट से स्वीकृति मिल चुकी है। जेडीयू सांसद डॉ. आलोक कुमार सुमन ने कहा कि गोपालगंज-बाईपास पथ जिसकी कुल लम्बाई 12.60 कि.मी. है। जिसके लिए 126.54 करोड़ की प्रशासनिक स्वीकृति कैबिनेट द्वारा दी गई है। इसके अलावा जिले में आउटर रिंग रोड के भी निर्माण का प्रावधान है।
कैबिनेट से मिली स्वीकृति
ये बाईपास पथ NH-27 दानापुर से प्रारंभ होकर मांझागढ़-देवापुर-कबिलासपुर-तुरकाहा होते हुए NH-531 बाईपास पर जाकर समाप्त होगा। उन्होंने कहा इस पथ का निर्माण कार्य हो जाने से NH-27 का NH-531 से सीधा सम्पर्क स्थापित होगा इसके साथ ही इस रोड को Gopalganj शहर के बाहरी रिंग रोड Outer ring road के रूप में विकसित किया जाएगा। इससे पटना, मुजफ्फरपुर, मोतिहारी से NH-27 पथ के रास्ते सिवान / मीरगंज/देवरिया आने-जाने वाले वाहनों को गोपालगंज शहर के जाम का सामना किए बिना ही कम दूरी एवं कम समय में सुगमतापूर्वक आवागमन संभव हो सकेगा।
मुख्यमंत्री ने दिया तोहफा
उन्होंने आगे कहा कि इसके साथ ही बेतिया-मोतिहारी-सिवान आदि जिलों एवं Gopalganj शहर के गन्ना उपजाऊ क्षेत्रों से गन्ना ढुलाई के लिए गन्ना किसानों द्वारा उपयोग में लाए जाने के लिए भी यह मुख्य पथ साबित होगा। जिससे गोपालगंज शहर को गन्ना ढुलाई के समय निरंतर लगने वाली जाम की समस्या से जिले वासियों को निजात मिलेगा। Gopalganj की दूसरी महत्वाकांक्षी और जन कल्याणकारी योजना मीरगंज-बाईपास पथ है। जिसकी कुल लम्बाई 3.18 कि.मी. है। इसके लिए भी कल की कैबिनेट बैठक में 131.32 करोड़ की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गई है।
आम लोगों को सुविधा
इस पथ NH-531 के सलेमपुर पट्टी ग्राम (भारत पेट्रोल पंप के समीप) से प्रारंभ होकर पथ निर्माण विभाग पथ प्रमंडल गोपालगंज के अधीन मीरगंज-भागी पट्टी-समउर पथ के दुसरे किमी पर समाप्त होती है। इस रोड का निर्माण कार्य हो जाने से मीरगंज शहर में निरंतर लगने वाले जाम की समस्या के साथ मीरगंज शहर में स्थित रेलवे लेवल क्रासिंग के रूकावट से भी निजात मिलेगा। इस बाईपास का उपयोग हथुआ अनुमंडल के सभी सात प्रखंडों के आमजन द्वारा जिला मुख्यालय एवं थावे मंदिर आने-जाने के लिए किया जाएगा। जिससे गोपालगंज में पर्यटन Tourism विकसित होगा।
Gopalganj का विकास
भविष्य में सबेया एयरपोर्ट का निर्माण होने पर इस सड़क के निकटवर्ती जिला जैसे सीवान, सारण, पश्चिमी चम्पारण, देवरिया के लोगों को भी सबेया एयरपोर्ट आने-जाने में सुविधा होगी। साथ ही साथ देवरिया (उत्तर प्रदेश) से थावे मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं को भी सुगम यातायात प्राप्त होगा। जिससे प्रत्यक्ष रूप से Gopalganj शहर का Tourism विकसित होगा। Gopalganj के लिए तीसरी महत्वाकांक्षी एवं जनकल्याणकारी योजना कटेया औधोगिक क्षेत्र के विकास हेतु चिन्हित स्थल विजयीपुर–देवरिया सम्पर्क पथ है। जिसकी कुल लम्बाई 5.750 कि.मी. के लिए 90.35 करोड़ की प्रशासनिक स्वीकृति दे दी गई है।
जाम से मिलेगी मुक्ति
उन्होंने बताया कि इस रोड का निर्माण पथ निर्माण विभाग पथ प्रमंडल Gopalganj के अधीन भोरे-पगरा पथ के विजयपुर से प्रारंभ होकर ग्रीनफील्ड होते हुए बैरिया स्थित Comfed plant पर समाप्त होती है। इस रोड के बनने से हथुआ अनुमंडल के लगभग 152000 (एक लाख बावन हजार) पंजीकृत किसानों को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से लाभ होगा। Gopalganj जिले के निकटवर्ती जिले जिसमें सारण, सिवान, पश्चिम चम्पारण शामिल है। उस जिले के भी किसानों को अपना दुग्ध उत्पादन Processing Plant तक पहुंचने में सुगमता होगी।
देवरिया जाना होगा आसान
इसके साथ ही सीमावर्ती राज्य उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती जिला देवरिया, कुशीनगर आदि के किसान से दुग्ध उत्पादन को प्राप्त करने एवं Processing Plant से उत्पादन को संपूर्ण जिला में एवं सीमावर्ती राज्य के जिला में भेजने में सुविधा होगी। इससे आर्थिक एवं औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। बैरिया में वर्तमान में Grid Sub-Station power Plant तथा स्टेडियम का निर्माण कार्य भी चल रहा है। जिसे भविष्य में खेल समारोह का आयोजन के लिए यह पथ सुगम यातायात स्थापित करेगा।
चौथी परियोजना की बात
वहीं चौथी परियोजना थावे मंदिर के सम्पर्क मुख्य पथ, आन्तरिक पथ के निर्माण कार्य को भी कल की कैबिनेट बैठक में प्रशासनिक स्वीकृति मिल गई है। इसकी कुल लम्बाई 4.00 कि.मी. के लिए 30.75 करोड़ रुपए की प्रशासनिक स्वीकृति दे दी गई है। इस रोड का निर्माण कार्य हो जाने से थावे मंदिर के Precinct Road एवं आंतरिक मार्ग पूर्णतः समुचित योजनावार तरीके से निर्मित होगा। जिससे श्रद्धालुओं को आवागमन में सुलभता होगी साथ ही समुचित Drainage, Sewerage system एवं Car Parking की सुविधा के साथ थावे मंदिर को विकसित किया जाएगा। जिससे प्रत्यक्ष रूप से गोपालगंज Tourism को बढ़ावा मिलेगा
सांसद का बयान
सांसद ने कहा कि जिले में विभिन्न परियोजनाओं की स्वीकृति जिले के सर्वांगीण विकास में मील का पत्थर साबित होगा। ध्यान रहे कि सीएम नीतीश ने बीते 04 जनवरी 2025 को Gopalganj में प्रगति यात्रा की थी। इस दौरान की गई घोषणा के आलोक में सारण तटबंध के किमी 80.00 से किमी 152.00 के बीच तथा संलग्न छरकियों पर उच्चीकरण, सुदृढ़ीकरण, सुरक्षात्मक कार्य तथा शीर्ष कालीकरण कार्य (प्राक्कलित राशि-351.51 करोड़) की प्रशासनिक एवं व्यय की स्वीकृति 10 जनवरी 2025 को मंत्रिपरिषद की बैठक में दी जा चुकी है।
बांध का होगा चौड़ीकरण
इस योजना के तहत् Gopalganj जिलान्तर्गत सारण तटबंध से संलग्न सभी छरकियों जैसे विशुनपुर, पत्तहरा छरकी, हीरा पाकड़ छरकी, मंगुराहा छरकी, गौसिया छरकी, भैसही पुरैना छरकी, सलेमपुर छरकी, हसनपुर छरकी, तल्लेहपुर-टंडसपुर छरकी, दिपऊ छरकी, महारानी छरकी, बन्धौली-शीतलपुर-फैजुल्लापुर जमींदारी बांध, मटियारी रिंग बांध, बैकुण्ठपुर रिटायर्ड लाइन तथा सारण तटबंध के किमी 120.280 से किमी 152.00 किमी के बीच उच्चीकरण, सुदृढ़ीकरण एवं शीर्ष पर 3.75 मीटर की चौड़ाई में कालीकरण का कार्य कराया जाएगा।
बाढ़ से मिलेगी निजात
इस योजना से Gopalganj के बाढ़ प्रभावित छः प्रखंड कुचायकोट, Gopalganj, मांझा, बरौली,. सिधवलिया एवं बैकुंठपुर के साथ-साथ पड़ोसी जिला सारण को आवर्ति बाढ़ से सुरक्षा मिलेगी। साथ ही बाढ़ अवधि में तटबंध की सुरक्षा में लगे अभियंताओं, बाँध श्रमिकों तथा प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा सतत निगरानी, चौकसी एवं बेहतर पर्यवेक्षण संभव हो सकेगा। बाढ़ संघर्षात्मक सामग्रियों की ढुलाई शीघ्र एवं सुगमता से हो सकेगी। इस महत्वाकांक्षी योजना से तटबंध के निकवर्ती क्षेत्रों में आवागमन की वैकल्पिक सुविधा मिल सकेगी, जिससे क्षेत्र के सामाजिक एवं आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
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